Wednesday, 25 October 2017

अकेले हैं वो और जंझुला रहे है..


अकेले हैं वो और जंझुला रहे है..
यादों से जंग फ़रमा रहे हैं..!!
ये कैसी हवा चली है इस बरस..
        दिये तो दिये दिल भी बुझे जा रहे हैं..!!

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